सकारात्मकता में ही निदान
उठ बढ़ चल मत छोड़ सार्थक प्रयास
विजय सुनिश्चित ना लगा हार के कयास
विजय सुनिश्चित ना लगा हार के कयास
जैसी सोच वैसी दिशा मिले
तभी इंसा चांद तक पहुंचे
मुसीबतें नहीं व्यवधान
इनका हल जीवन उत्थान
नकारत्मकता नहीं समाधान
सकारात्मकता में ही निदान
तभी इंसा चांद तक पहुंचे
मुसीबतें नहीं व्यवधान
इनका हल जीवन उत्थान
नकारत्मकता नहीं समाधान
सकारात्मकता में ही निदान
उठ बढ़ चल मत छोड़ सार्थक प्रयास
विजय सुनिश्चित ना लगा हार के कयास
विजय सुनिश्चित ना लगा हार के कयास
समय से आगे कोई ना बढ़ा
पर मन सदा आगे दिखा
मन के भाव राह बनाते
वही मुश्किलों पर फतह कराते
नकारत्मकता नहीं समाधान
सकारात्मकता में ही निदान
पर मन सदा आगे दिखा
मन के भाव राह बनाते
वही मुश्किलों पर फतह कराते
नकारत्मकता नहीं समाधान
सकारात्मकता में ही निदान
उठ बढ़ चल मत छोड़ सार्थक प्रयास
विजय सुनिश्चित ना लगा हार के कयास
विजय सुनिश्चित ना लगा हार के कयास
स्थिर पहाड़ वहीं बना रहता
नदिया को सम्मान मिलता
दुनिया का दस्तुर ही ऐसा
प्रगतिवान पर शीश झुकता
नकारत्मकता नहीं समाधान
सकारात्मकता में ही निदान
नदिया को सम्मान मिलता
दुनिया का दस्तुर ही ऐसा
प्रगतिवान पर शीश झुकता
नकारत्मकता नहीं समाधान
सकारात्मकता में ही निदान
उठ बढ़ चल मत छोड़ सार्थक प्रयास
विजय सुनिश्चित ना लगा हार के कयास
विजय सुनिश्चित ना लगा हार के कयास
___ राजेश बिस्सा 01-11-2010
6 comments:
नकारत्मकता नहीं समाधान
सकारात्मकता में ही निदान
-बहुत सही!!
सकारात्मकता में ही निदान
sahi kahaa aapne
sundar kaavy
bahut uttam
bahut acha
मै आप लोगों से उम्र में बहुत छोटा हूँ और ना ही मै आपके बराबर हूँ......और ना ही मै १ कवि हूँ .....मै आप लोगों के बीच सिर्फ इसलिए आया था क्यूंकि मुझे बिस्सा अंकल ने ऑरकुट पर कहा कि एक टिपण्णी करो ......मै यही कहना चाहूँगा कि मुझे ये बहुत अच्छी लगी. आप सभी दिवाली कि बहुत शुभकामनाएँ...मेरा मन्ना है कि कविता ऐसी हो जो नीरस ना हो........ये बहुत ही उल्लासित कर देने वाली थीं ,,,,मुझे ये अच्छी लगीं
from akshay
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