राजेश बिस्सा की कवितायें - :


Saturday, March 7, 2009

आगे बढ़ना है

''आगे बढ़ना है''

जीवन यात्रा में अनेक पड़ाव
कठिन भी आयेंगे
हमें डिगना नहीं है
सब दिन
एक से नहीं होते
यह समझना है
आज छाँव है तो
कल धुप भी होगी
आज हारें है तो क्या
कल जीत भी होगी
दुर्भाग्य पर जीत
सौभाग्य की होगी
भले ही नकारे जाऒ आज
मगर कल
स्वीकारिता भी होगी
जीवन बड़ा लंबा है
निरंतर चलना है
हर मुश्किले
हल अपने साथ लाती हैं
यह समझना है
इसीलिये निडरता से
रौशनी का मार्ग बनाते
चलना है, आगे बढ़ना है


॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ राजेश बिस्सा

4 comments:

Sanjeet Tripathi said...

चलिए आखिरकार आप भी आ ही गए ब्लॉगजगत में।
शुभकामनाओं के साथ स्वागत है आपका यहां।

एक निवेदन कमेंट बॉक्स से वर्ड वेरिफिकेशन कृपया हटा लें, इससे पाठकों को दिक्कत होती है।

ज्योत्स्ना पाण्डेय said...

हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है ,लेखन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं ............
होली के शुभ पर्व पर बधाई ...........

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

narayan narayan

RAJESH BISSA said...

आप सभी का मैं आभारी हूं ॰॰॰॰॰॰ बस इसी तरह स्नेह व मार्गदर्शन जरुर देते रहियेगा ॰॰॰॰॰ शुभकामनायें॰॰॰